Punjab: अनजान कॉल ने 150 साल पुराने गोलक नाथ चर्च को बिकने से बचाया, जानें पूरा मामला
Punjab: पंजाब के जालंधर के आदर्श नगर स्थित 150 साल पुराने गोलक नाथ चर्च की बिक्री की कोशिश को एक अनजान कॉल ने नाकाम कर दिया। यह घटना तब सामने आई जब लुधियाना के ठग जॉर्डन मसीह और उनकी सहयोगी मैरी विल्सन इस चर्च को 5 करोड़ रुपये में बेचने में लगभग सफल हो चुके थे। लेकिन, एक अनजान नंबर से आई कॉल ने इस चर्च को बिकने से बचा लिया और एक बड़े धोखाधड़ी मामले का पर्दाफाश हुआ।
धोखेबाजों का पर्दाफाश: देशभर में चर्चों को बेचने की साजिश का खुलासा
इस कॉल ने न केवल गोलक नाथ चर्च की बिक्री को रोका, बल्कि दो ऐसे धोखेबाजों का भी पर्दाफाश किया जिन्होंने देशभर के चर्चों को बेचने की साजिश रची थी। इस मामले में जालंधर के बरादरी थाने की पुलिस ने पादरी सरवन मसीह के बयान के आधार पर जॉर्डन मसीह और मैरी विल्सन के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस अब इन दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी की कोशिश कर रही है। साथ ही, चर्च खरीदने के लिए 5 लाख रुपये की अग्रिम राशि देने वाले लाडोवाली रोड, जालंधर के मोहयाल नगर निवासी मानव दत्ता को भी जांच में शामिल किया जाएगा।
अनजान नंबर से आई कॉल ने खोला धोखाधड़ी का मामला
चंडीगढ़ चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया के सचिव अमित प्रकाश ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत में बताया कि 3 सितंबर को दोपहर में उन्हें एक अनजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने अपना नाम और पता नहीं बताया, लेकिन उसने जानकारी दी कि गोलक नाथ चर्च को बेचा जा रहा है और इस पर जांच होनी चाहिए। अमित प्रकाश ने इस कॉल को गंभीरता से लेते हुए तहसील में जाकर जांच की, जिसमें एक बड़े धोखाधड़ी का मामला सामने आया।
आरोपी ने अग्रिम राशि के रूप में लिए 5 लाख रुपये
जांच में पता चला कि एक व्यक्ति जॉर्डन मसीह ने खुद को एक फर्जी ट्रस्ट का कैशियर बताया और मैरी को एक सदस्य के रूप में पेश करते हुए लाडोवाली रोड के बड़े व्यापारी मानव दत्ता के साथ चर्च को 5 करोड़ रुपये में बेचने का सौदा किया। इस सौदे के तहत उन्होंने 5 लाख रुपये की अग्रिम राशि भी ली। जब इस मामले की शिकायत पुलिस कमिश्नर से की गई, तो बरादरी थाने में मामला दर्ज किया गया।
पहले भी हो चुकी है चर्च की जमीन की बिक्री
यह पहली बार नहीं था जब इस तरह का मामला सामने आया हो। जॉर्डन मसीह और उसकी टीम पहले भी देहरादून चर्च की जमीन को बेचने का प्रयास कर चुके थे। देहरादून में भी 24 कनाल जमीन का सौदा किया गया था, जो बाद में अमित प्रकाश की सतर्कता के कारण रुका।
24 कनाल जमीन की रजिस्ट्री होने वाली थी
अमित प्रकाश को पिछले मंगलवार को लुधियाना में जानकारी मिली कि गोलक नाथ मेमोरियल चर्च को बेचा जा रहा है और दो दिनों बाद जालंधर में चर्च की 24 कनाल से अधिक जमीन की रजिस्ट्री होने वाली थी। यह सुनते ही अमित जालंधर पहुंचे और तहसीलदार-1 से मुलाकात कर रजिस्ट्री को रुकवाया। इसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई, जिसके बाद जॉर्डन मसीह और मैरी विल्सन के खिलाफ मामला दर्ज हुआ।
धोखाधड़ी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग
यह घटना स्पष्ट करती है कि किस प्रकार कुछ लोग धार्मिक स्थलों को भी नहीं बख्शते और उनका इस्तेमाल अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए करते हैं। इस मामले में चंडीगढ़ चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया और अन्य धार्मिक संगठनों ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि ऐसी घटनाएं केवल धार्मिक स्थलों के महत्व को ही नहीं, बल्कि समाज की नैतिकता को भी आहत करती हैं।
धार्मिक स्थलों की सुरक्षा और जागरूकता की आवश्यकता
यह मामला एक बड़ा सवाल खड़ा करता है कि धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं। धार्मिक स्थलों का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व होता है, जो केवल धार्मिक समुदाय के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए मूल्यवान होता है। ऐसे में उनकी सुरक्षा और संरक्षण के लिए सरकार और स्थानीय प्रशासन को सख्त कदम उठाने चाहिए।
साथ ही, समाज के प्रत्येक व्यक्ति को भी जागरूक होना चाहिए और इस प्रकार की धोखाधड़ी की घटनाओं की जानकारी तुरंत प्रशासन को देनी चाहिए, ताकि धार्मिक स्थलों की गरिमा और उनकी सुरक्षा को बनाए रखा जा सके।